
International Journal on Science and Technology
E-ISSN: 2229-7677
•
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Volume 16 Issue 2
2025
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लोकतंत्र और नई तकनीकों का प्रभाव
Author(s) | तरुण परिहार |
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Country | India |
Abstract | लोकतंत्र और नई तकनीकों का प्रभाव 21वीं सदी में वैश्विक राजनीति का एक प्रमुख विषय बन गया है। इस शोध में डिजिटल तकनीकों, विशेषकर सोशल मीडिया और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, का लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। चुनावी प्रचार, मतदाता जागरूकता और राजनीतिक भागीदारी में डिजिटल प्लेटफॉर्म ने क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। हालांकि, इन तकनीकों ने लोकतंत्र को अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाने में योगदान दिया है, लेकिन इसके साथ ही फेक न्यूज़, राजनीतिक ध्रुवीकरण, और गोपनीयता के उल्लंघन जैसी चुनौतियाँ भी उत्पन्न हुई हैं। इस अध्ययन में भारत और अमेरिका जैसे देशों के चुनावी अभियानों में सोशल मीडिया की भूमिका का विश्लेषण किया गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि कैसे डिजिटल तकनीक ने नागरिकों को राजनीतिक संवाद का हिस्सा बनाया है, लेकिन साथ ही यह असमानताओं को भी बढ़ावा दे सकती है। शोध निष्कर्ष में डिजिटल तकनीकों के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का संतुलन स्थापित करने और नीतिगत हस्तक्षेपों की आवश्यकता पर बल दिया गया है। यह शोध लोकतंत्र को तकनीकी युग में प्रासंगिक और सशक्त बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। |
Keywords | लोकतंत्र, डिजिटल तकनीक, सोशल मीडिया, फेक न्यूज़, राजनीतिक ध्रुवीकरण, मतदाता जागरूकता, चुनावी अभियान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, पारदर्शिता, नीतिगत हस्तक्षेप |
Field | Sociology > Politics |
Published In | Volume 15, Issue 4, October-December 2024 |
Published On | 2024-12-03 |
Cite This | लोकतंत्र और नई तकनीकों का प्रभाव - तरुण परिहार - IJSAT Volume 15, Issue 4, October-December 2024. |
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10.71097/IJSAT
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